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RAMAYAN: रामायण क्या है?

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RAMAYAN: रामायण क्या है? एक रात की बात हैं, माता कौशल्या जी को सोते में अपने महल की छत पर किसी के चलने की आहट सुनाई दी।  नींद खुल गई, पूछा कौन हैं ? मालूम पड़ा श्रुतकीर्ति जी (सबसे छोटी बहु, शत्रुघ्न जी की पत्नी)हैं। माता कौशल्या जी ने उन्हें नीचे बुलाया। श्रुतकीर्ति जी आईं, चरणों में प्रणाम कर खड़ी रह गईं। माता कौशिल्या जी ने पूछा, श्रुति ! इतनी रात को अकेली छत पर क्या कर रही हो बेटी ?  क्या नींद नहीं आ रही? शत्रुघ्न कहाँ है? श्रुतिकीर्ति की आँखें भर आईं, माँ की छाती से चिपटी,  गोद में सिमट गईं, बोलीं, माँ उन्हें तो देखे हुए तेरह वर्ष हो गए। उफ!  कौशल्या जी का ह्रदय काँप कर झटपटा गया। तुरंत आवाज लगाई, सेवक दौड़े आए।  आधी रात ही पालकी तैयार हुई, आज शत्रुघ्न जी की खोज होगी, माँ चली। आपको मालूम है शत्रुघ्न जी कहाँ मिले? अयोध्या जी के जिस दरवाजे के बाहर भरत जी नंदिग्राम में तपस्वी होकर रहते हैं, उसी दरवाजे के भीतर एक पत्थर की शिला हैं, उसी शिला पर, अपनी बाँह का तकिया बनाकर लेटे मिले!!  माँ सिराहने बैठ गईं, बालों में हाथ फिराया तो शत्रुघ्न जी नेआँखें खोलीं, माँ...

Constitution: राजस्‍थान विधान सभा की संविधान दीर्घा को आमजन देखे -विधान सभा अध्यक्ष

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Constitution: राजस्‍थान विधान सभा की संविधान दीर्घा को आमजन देखे -विधान सभा अध्यक्ष   छोटा अखबार।                        राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि भारत की आत्‍मा भारतीय संविधान है। भारत के संविधान के प्रति श्रद्धा और जागरूकता बढाने के लिए राजस्‍थान विधान सभा में संविधान दीर्घा का निर्माण किया गया है। उन्‍होंने कहा है कि इस दीर्घा का उद्देश्‍य आमजन और युवाओं को भारत और भारत की सांस्‍कृतिक नैतिकता से परिचित कराना है। श्री देवनानी ने आमजन से राजस्‍थान विधान सभा में बनाई गई संविधान दीर्घा का अवलोकन करने का अनुरोध किया है। अध्यक्ष ने कहा है कि संविधान में नन्‍दलाल बोस द्वारा चित्रित भारतीय सभ्‍यता, संस्‍कृति, इतिहास और विरासत का संविधान दीर्घा में प्रदर्शन किया गया है। मूल संविधान के 22 भागों के आरम्‍भ में प्रदर्शित कलाकृतियों यथा रामायण में भगवान श्री राम, माता सीता और लक्ष्‍मण जी के वनवास से घर वापसी का दृश्‍य, श्री कृष्‍ण के उपदेश, गौतम बुद्ध व भगवान महावीर का जीवन, सम्राट अशोक व विक्रमादित्‍य क...

RUHS: प्रदेश में आरयूएचएस को एम्स की तर्ज पर किया जाएगा विकसित

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RUHS: प्रदेश में आरयूएचएस को एम्स की तर्ज पर किया जाएगा विकसित छोटा अखबार। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की पहल पर आरयूएचएस को एम्स की तर्ज पर रिम्स के रूप में विकसित किया जाएगा। इस संबंध में की गई बजट घोषणा को मूर्त रूप देने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के दल ने चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशानुसार दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया कर इस विषय में विस्तार से चर्चा की। चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीष कुमार के नेतृत्व में गए अधिकारियों के दल में राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. धनंजय अग्रवाल और चिकित्सा शिक्षा विभाग की अतिरिक्त निदेशक डॉ. रश्मि गुप्ता शामिल रही। अधिकारियों ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। जिसमें राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (RIMS) की परिकल्पना, इसकी संचालन व्यवस्था, वित्तीय प्रबंधन, मेडिकल वैल्यू टूरिज्म को बढ़ावा देने की संभावनाएं और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए आवासीय सुविधाओं की व्यवस्था जैसे मुद्दों पर विचार—विमर्श किया। इसके अलावा, यह भी विचार किया गया कि क...

Transport department: परिवहन विभाग ने घटाई ड्राइविंग लाइसेंस फीस

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Transport department: परिवहन विभाग ने घटाई ड्राइविंग लाइसेंस फीस   छोटा अखबार। जयपुर परिवहन विभाग ने स्थाई लाइसेंस के लिए ली जा रही फीस को घटाई है। विभाग ने जन मोर्चा समिति की शिकायत पर यह कदम उठाया है। समिति के अनुसार जयपुर में दोनो आरटीओ में फीस की विसंगती थी। इस पर समिति ने परिवहन आयुक्त के सामने मामला उठाया था। विषय की गम्भीरता को देखते हुये विभाग ने फीस में 250 रुपए की गई कमीहै। आपको बतादें कि परिवहन विभाग ने जयपुर के दोनों आरटीओ में बराबर की फीस तय की थी। लेकिन जयपुर प्रथम में ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रै

District council: प्रदेश में नई जिला परिषदों का होगा गठन

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District council: प्रदेश में नई जिला परिषदों का होगा गठन छोटा अखबार। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नए जिलों में प्रशासनिक ढांचा तैयार करने के लिए सभी आवश्यक संसाधन और अन्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की है। श्री शर्मा ने नई जिला परिषदों के गठन और प्रभावित जिला परिषदों के पुनर्गठन से संबंधित कार्यवाही के प्रस्ताव का अनुमोदन किया है।  प्रस्ताव के अनुसार राजस्थान पंचायतीराज अधिनियम के तहत संबंधित जिलों (8 नए जिले एवं 12 प्रभावित जिले) के जिला कलक्टर पंचायत समितियों व ग्राम पंचायतों के आधार पर जिला परिषद के गठन एवं पुनर्गठन का प्रस्ताव तैयार करेंगे। इससे प्रभावित पंचायत समितियों व ग्राम पंचायतों के नवसृजन एवं पुनर्गठन के प्रस्ताव भी तैयार किए जाएंगे। जिला कलक्टरों द्वारा इन प्रस्तावों को सार्वजनिक अवलोकन के लिए प्रसारित कर 1 माह में आपत्तियां आमंत्रित की जाएंगी, जिनके निस्तारण के बाद प्रस्तावों को राज्य सरकार को प्रेषित कर दिया जाएगा। इन प्रस्तावों के परीक्षण एवं अनुमोदन पश्चात नवगठित/पुनर्गठित जिला परिषदों, पंचायत समितियों एवं ग्राम पंचायतों के गठन की अधिसूचना जारी की जाएगी।

Mineral: खनिज ब्लॉक की होगी ई-नीलामी

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Mineral: खनिज ब्लॉक की होगी ई-नीलामी  छोटा अखबार। जैसलमेर, कोटा और सवाई माधोपुर जिलों में विभिन्न खनिज ब्लॉक की ई-नीलामी हेतु अधिसूचना जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इन लाईमस्टोन खनिज ब्लॉक्स और लेड-जिंक ब्लॉक की ई-नीलामी की अनुमति का अनुमोदन किया है। मुख्यमंत्री के अनुमोदन के उपरान्त अब जैसलमेर जिले में खनिज लाईमस्टोन के ब्लॉक पारेवार (SN&III) 960 हैक्टेयर क्षेत्र, पारेवार (SN&III) 928 हैक्टेयर क्षेत्र, पारेवार (SN&IV) 960 हैक्टेयर क्षेत्र एवं पारेवार-ए (400 हैक्टेयर क्षेत्र), कोटा जिले में लाईमस्टोन के पूर्वेक्षित ब्लॉक निनामा-दुनिया एक्सटेंशन (408.2974 हैक्टेयर क्षेत्र), जैसलमेर जिले में लाईमस्टोन के खाबिया (200.4766 हैक्टेयर क्षेत्र) एवं खाबिया ईस्ट ब्लॉक (205.9798 हैक्टेयर क्षेत्र) और सवाईमाधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा में लेड-जिंक ब्लॉक (984.5951 हैक्टेयर क्षेत्र) के कम्पोजिट लाइसेंस में ई-नीलामी की अधिसूचना जारी की जाएगी।     उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य में मिनरल ब्लॉकों के ऑक्शन में समूचे देश में नया की...

Food security: प्रदेश में खाद्य सुरक्षा से वंचित पात्र परिवार जुड़वा सकेगें अपने नाम

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Food security: प्रदेश में खाद्य सुरक्षा से वंचित पात्र परिवार जुड़वा सकेगें अपने नाम  छोटा अखबार। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा खाद्य सुरक्षा से वंचित पात्र परिवारों एवं व्यक्तियों को खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत लाभान्वित करने हेतु नए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। खाद्य सुरक्षा की प्राथमिकता सूची से जोड़ने की प्रक्रिया में सरलीकरण हेतु खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार इच्छुक व्यक्ति अथवा परिवार को निर्धारित प्रारूप में आवेदन करना होगा। आवेदन स्वयं/ई मित्र के जरिए किया जा सकेगा। आवेदक को अपनी श्रेणी यथा अन्त्योदय, बीपीएल, स्टेट बीपीएल के कार्ड की क्रमांक संख्या, सीमान्त कृषक, श्रमिक कार्ड और सफाई कर्मचारी होने के दस्तावेजी साक्ष्य स्वयं हस्ताक्षरित कर आवेदन के साथ संलग्न करने होंगे। साथ ही आवेदक को यह शपथ पत्र देना अनिवार्य होगा कि वह खाद्य सुरक्षा की निष्कासन सूची की किसी भी श्रेणी के आधार पर अपात्र नहीं है। विभाग द्वारा ज़ारी निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा अधिनियम से जोड़ने हेतु प्राप्त आवेदन निस्तारण हेतु संबंधित अपीलीय अधिकारी के समक्ष ऑनलाइन किया ज...