Posts

India, France:—मोदी-मैक्रों की वार्ता के दौरान भारत, फ्रांस के बीच रक्षा औद्योगिक साझेदारी पर सहमति बनी

Image
 India, France:—मोदी-मैक्रों की वार्ता के दौरान भारत, फ्रांस के बीच रक्षा औद्योगिक साझेदारी पर सहमति बनी छोटा अखबार। नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) भारत और फ्रांस के बीच एक रक्षा औद्योगिक साझेदारी ‘रोडमैप’ पर सहमति बनी है जो प्रमुख सैन्य हार्डवेयर एवं प्लेटफॉर्म का सह-विकास व सह-उत्पादन का मार्ग प्रशस्त करेगा तथा अंतरिक्ष, जमीनी युद्ध, साइबर जगत और कृत्रिम मेधा सहित कई क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी सहयोग को बढ़ावा देगा। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बीती रात जयपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच हुई वार्ता के नतीजों की घोषणा करते हुए यह भी कहा कि टाटा और एयरबस हेलीकॉप्टर्स ने महत्वपूर्ण स्वदेशी पुर्जों के साथ एच125 हेलीकॉप्टर के उत्पादन के लिए एक साझेदारी की है। शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में क्वात्रा ने कहा कि भारत-फ्रांस रक्षा औद्योगिकी रोडमैप रोबोटिक्स, स्वचालित वाहन और साइबर रक्षा के क्षेत्रों में भी सहयोग बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड और फ्रांस के एरियनस्पेस के बीच एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर

religious death:— 5 साल के लला की धार्मिक मौत

Image
 religious death:— 5 साल के लला की धार्मिक मौत छोटा अखबार। हरिद्वार में धार्मिक आस्था की परिकाष्ठा देखने को मिली। संचार माध्यमों के अनुसार एक महिला ने अपने ही 5 साल के बच्चे को बार-बार गंगा में डुबकी लगवाकर मार डाला। जानकारी के अनुसार 5 साल के लला को ब्लड कैंसर था, वहीं परिवार वालों का मानना था कि हरिद्वार में गंगा के प्रति आस्थानुसार डुबकी लगाने से उनका लला ठीक हो जाएगा। हर की पौड़ी पर मौजूद लोगों के अनुसार परिजनों के द्वारा लगातार बच्चे को डुबकी लगवाई जा रही थी और मंत्रों का जाप किया जा रहा था, जिसके बाद बच्चे की मौत हो गई। बताया यह भी जा रहा है कि घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बच्चे की चीखें सुनकर परिजनों को रोकने की भी कोशिश भी की लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और 5 साल के लला की मौत हो गई।      

स्याणी चाली सासरिए बावली देवे सीख

Image
स्याणी चाली सासरिए बावली देवे सीख छोटा अखबार। 84 वां अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्‍मेलन में विधानसभा अध्‍यक्ष, वासुदेव देवनानी 26 जनवरी को मुम्‍बई जायेंगे। श्री देवनानी मुम्‍बई में 27 व 28 जनवरी को सम्‍मेलन में भाग लगें। विधानसभा अध्‍यक्ष सम्‍मेलन में ‘’विधानसभा में समिति प्रणाली को अधिक उद्देश्‍यपूर्ण और प्रभावी कैसे बनाया जाये’’ और ‘’लोकतान्त्रिक संस्‍थाओं में जन आस्‍था को मजबूत करने के लिए- संसद और राज्‍यों / केन्‍द्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं में अनुशासन और मर्यादा बनाये रखने की आवश्‍यकता’’ विषयों पर उद्बोधन देंगे। मुंबई में उपरोक्त उद्बोधन को श्री देवनानी राजस्थान की प्रसिद्ध कहावत "स्याणी चाली सासरिए बावली देवे सीख" को चरितार्थ करेगें। इस मौके पर मुम्‍बई में विधायी निकायों के सचिवों का भी 60 वां सम्‍मेलन होगा। जहां राजस्‍थान विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा भी गाल बजाते देखे जायेगे।  विधि विशेषज्ञों का कहना है कि पीठासीन अधिकारियों के इस सम्‍मेलन में दोनो महानुभावों को विधानसभाओं की विभिन्‍न प्रक्रियाओं से संबंधित विभिन्‍न विषयों पर होने वाले सम्‍मेलन मे

Rajasthan Assembly:— हाउस में आदर्श शिष्टाचार का अभाव, चले धूड़ में लट्ठ

Image
Rajasthan Assembly:— हाउस में आदर्श शिष्टाचार का अभाव, चले धूड़ में लट्ठ छोटा अखबार। विधानसभा में कल मंगलवार को हाउस में आदर्श शिष्टाचार का अभाव देखने मिला। शून्यकाल में राजीव गांधी युवा मित्रों को हटाने का मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस विधायक रोहित बोहरा ने संसदीय मंत्री जोगाराम पटेल के टोकाटाकी को लेकर डांटते हुए कहा, आप चुप रहें, मंत्री हो तो आपको बीच में बोलने का हक नहीं है। और तू तड़ाके पर आगये। ये परंपरा विधानसभा की नहीं रही है। हाउस में विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी की घोर लाचारी देखने मिली। या यूं कह सकते हैं कि उनको हाउस चलाने की प्रक्रिया एवं कार्य संचालन के नियमों का पूर्ण ज्ञान नहीं है। शायद उन्हे ट्युशन की आवश्यकता है। श्री देवनानी ने नियम 269 के तहत केवल  अपने पद की गरिमा बनाने के लिये व्यवस्था दी है, जो कि संपूर्ण हाउस के लिये न्याय संगत नहीं है।  हाउस में ऐसा लग रहा था जैसे सब हवा हवाई हो। जैसे धूड़ में लट्ठ चल रहे हो। बिलाड़ा विधायक कुछ कह रहे हैं और माननीय अध्यक्ष कुछ। ऐसे में कई सवाल खड़े होते है। क्या हाउस इसी तरह चलेगा या फिर सुधार होगा। यह देखने और सोचने वाली बात ह

विधानसभा के बाद वित्त विभाग में होगा बड़ा बदलाव

Image
  विधानसभा के बाद वित्त विभाग में होगा बड़ा बदलाव छोटा अखबार। प्रदेश के पुलिस और प्रशासनिक ढांचे में 8 फरवरी के बाद बहुत बड़ा बदलाव होने वाला है । सबसे बड़ी तब्दीली वित्त विभाग में संभावित है । इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग में जिलों से लेकर मुख्यालय बड़ा देखने को मिलेगा ।  प्रदेश का लेखानुदान 8 फरवरी को पारित होने के बाद सरकार तसल्ली से कार्य करेगी । वैसे जिन अधिकारियों ने तबाही मचा रखी थी, उनकी सफाई जारी है । जेडीए की सचिव नलिनी कठोतिया की समानांतर सरकार चल रही थी और फाइल भी तेजी से क्रियाशील थी । इसी तरह जेडीए के ही अतिरिक्त आयुक्त आनंदी लाल वैष्णव और प्रवीण कुमार को भी जेडीए से रुखसत कर दिया गया है । नई जेडीसी मंजु राजपाल तीनो के कामकाज से खुश नही थी ।  पता चला है कि अखिल अरोड़ा का वित्त विभाग से जाना लगभग तय था । लेकिन लेखनुदान की वजह से वित्त विभाग में किसी को नही हटाया गया । अरोड़ा की तरह नरेश ठकराल, कृष्ण कांत पाठक, वाणिज्य कर आयुक्त रवि कुमार सुरपुर तथा ओमप्रकाश कसेरा आदि में से किसी को भी डिस्टर्ब नही किया । ऐसी संभावना है कि अखिल अरोड़ा सहित वित्त विभाग से जुड़े सभी अफसरों को बदला जाना

Jashodaben Modi demanding justice

Image
  Jashodaben Modi demanding justice Chhota akhbar.

RSMSSB released recruitment for 6 thousand posts, applications till 17th February

Image
RSMSSB released recruitment for 6 thousand posts, applications till 17th February CHHOTA AKHBAR.  RSMSSB:- This is a great opportunity for 10th pass candidates to get a government job. Rajasthan Staff Selection Board has released about 6 thousand vacancies for the post of Animal Attendant. Interested and eligible candidates can apply online by visiting the official website of the board, rsmssb.rajasthan.gov.in. Candidates can apply through the official website till 17 February 2024. According to the Animal Attendant Direct Recruitment 2023 notification released by the board, the online application process has started from January 19, while the recruitment exam will be conducted in April or June 2024. This recruitment drive will fill 5934 posts in the organization. These include 5281 posts in non-scheduled area area and 653 posts in scheduled area area. The candidate must have passed class 10th or its equivalent examination from a recognized board. Apart from this, one should have w