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संकट के समय सेना का सहयोग महत्वपूर्ण -मुख्यमंत्री

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संकट के समय सेना का सहयोग महत्वपूर्ण -मुख्यमंत्री छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण की इस चुनौती का सामना करने के लिए नागरिक प्रशासन के साथ-साथ सेना, बीएसएफ, अद्र्धसैनिक बल सहित अन्य केंद्रीय एजेंसियों का समन्वय भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन आवश्यक होने पर सेना एवं अद्र्धसैनिक बलों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि सैन्य बलों ने हमेशा ही आपदा के समय नागरिक प्रशासन की आगे बढ़कर मदद की है।  गहलोत रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर थल सेना, वायु सेना, बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, रेलवे, आकाशवाणी, दूरदर्शन, कस्टम आदि केंद्रीय एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सहयोग के लिए चर्चा कर रहे थे। उन्होंने सहयोग के लिए स्वयं पहल करने पर सेना के अधिकारियों की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासी इस खतरे को लेकर सजग हैं एवं आगे बढ़कर सरकार की गाइडलाइन्स का पालन कर रहे हैं, लेकिन आपात स्थिति के लिए भी हमें तैयार रहना होगा। आप सबके सहयोग से हम इस संकट से सफलतापूर्वक...

कोरोना संकट पर मुख्यमंत्री का प्रधानमंत्री को पत्र 

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कोरोना संकट पर मुख्यमंत्री का प्रधानमंत्री को पत्र  छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना वायरस के संकट से प्रभावित पर्यटन, होटल एवं अन्य एमएसएमई इकाइयों को राहत देने तथा समाज के कमजोर वर्गों को खाद्य एवं सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अनुरोध किया है।  29 लाख जरूरतमंद परिवारों के लिए मांगा राहत पैकेज। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में लिखे पत्र में कहा कि वायरस संक्रमण के कारण प्रदेश के करीब 23 लाख निर्माण श्रमिकों, पांच लाख पंजीकृत कारखाना श्रमिकों तथा शहरी क्षेत्रों के करीब एक लाख स्ट्रीट वेंडर्स पर रोजगार का बड़ा संकट आ खड़ा हुआ है। केन्द्र सरकार इनके लिए राहत पैकेज की घोषणा करे ताकि ये वर्ग अपनी रोजी-रोटी जुटा सकें। खाद्य सुरक्षा और बेरोजगारी भत्ता मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में दिहाड़ी पर जीविकोपार्जन करने वाले खाद्य सुरक्षा के लाभार्थियों को सबसे अधिक संबल की आवश्यकता है। इस कमजोर वर्ग की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खाद्य सुरक्षा के लाभार्थियों को आने वाले चार महीनों के लिए निशुल्क गेहूं देने के साथ ही खाद्य सुरक्षा...

इंसान की जान बचाने के लिए धन की कोई कमी नहीं -मुख्यमंत्री

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इंसान की जान बचाने के लिए धन की कोई कमी नहीं -मुख्यमंत्री   छोटा अखबार। मु ख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वैश्विक महामारी के कारण पूरी मानव जाति पर जीवन और मृत्यु का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम पूरी गंभीरता, योग्यता और क्षमता के साथ इस चुनौती का डटकर सामना करें। राज्य सरकार इस संकट की घड़ी में धन और संसाधनों में किसी तरह की कमी नहीं आने देगी। जिला कलक्टर सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन के दौरान किसी जरूरतमंद को परेशानी का सामना न करना पड़े और कोई भूखा नहीं सोए। उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री सहित अन्य वस्तुओं की सप्लाई चेन नहीं टूटे। साथ ही सरकार की एडवाजरी की शत-प्रतिशत पालना सुनिश्चित हो। गहलोत रविवार को कोरोना वायरस केे संक्रमण से बचाव के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की पालना के लिए जिला कलेक्टरों एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने पूर्व में प्रदेशभर में लागू की गई धारा 144 कोे अब 20 लोगों के बजाय 5 लोगों तक ही सीमित करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने 24 घंटे सेवाएं देकर कोरोना महामारी से जीवन रक...

मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक दिन का वेतन देगें आरएएस

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मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक दिन का वेतन देगें आरएएस  छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आह्वान पर रविवार को राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने कोरोना महामारी से निपटने और जरूरतमंद वर्गों की मदद के लिए एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में देने की घोषणा की है। राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष शाहीन अली खान के नेतृत्व में आरएएस अधिकारियों के प्रतिनिधिमण्डल ने इस आशय का पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा। गहलोत ने पीड़ित मानवता के सहयोग के लिए आगे बढ़कर यह सहयोग देने पर आरएएस एसोसिएशन को साधुवाद दिया।  उन्होंने कहा कि आरएएस अधिकारियों ने सबसे पहले सहयोग कर इस नेक काम की अच्छी शुरूआत की है। यह पहल प्रदेशवासियों को संकट की इस घड़ी में आगे बढ़कर सहयोग करने के लिए प्रेरित करेगी। मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 राहत कोष में दानदाता बढ़-चढ़कर करें सहयोग।  गहलोत ने कहा कि यह समय एकजुट होकर काम करने का है। सबके सहयोग से ही हम इस संकट से बाहर निकल सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 आपदा में जनसहयोग प्राप्त करने के लिए राजस्थान मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 रा...

एसएमएस में कोरोना के 500 रोगियों को किया जा सकेगा भर्ती

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एसएमएस में कोरोना के 500 रोगियों को किया जा सकेगा भर्ती छोटा अखबार। कोरोना वायरस से पीड़ित और संदिग्ध मरीजों को तुरंत राहत देने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एसएमएस स्थित ‘चरक भवन‘ को कोरोना ओपीडी एंड केयर यूनिट बनाने का अहम फैसला लिया है। एसएमएस में वर्तमान लगभग 20 वार्डस को खाली करवाकर कोरोना पॉजीटिव मरीजों के लिए 500 बैड  की व्यवस्था के आदेश जारी किए गए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना से पीड़ितों को एक ही जगह पर सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए यह निर्णय लिया गया है। 23 बैड का आइसीयू भी कोरोना से पीडित मरीजों के लिए आरक्षित रखा जाएगा। इसके अलावा यहां 30 बैड के वैकल्पिक आईसीयू की भी व्यवस्था की जाएगी और 30 वेंटिलेटर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एसएमएस में अब सामान्य सर्जरी नहीं की जाएगी।

देश में 84,000 लोगों पर एक आइसोलेशन बेड 

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देश में 84,000 लोगों पर एक आइसोलेशन बेड  छोटा अखबार। कोविड—19 के संकट को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किये कुछ आंकड़ों के अनुसार देश में 84,000 लोगों पर एक आइसोलेशन बेड और 36,000 लोगों पर एक क्रांटाइन बेड है। समाचार सूत्रों के अनुसार ये आंकड़ें 17 मार्च तक के हैं। इन आंकड़ों के अनुसार स्थिति इतनी गंभीर है कि प्रति 11,600 लोगों पर एक डॉक्टर और 1,826 लोगों के लिए अस्पताल में एक ही बेड है। आईसीएमआर इंस्टीट्यूट ऑफ जिनोमिक्स एंड इनटेग्रेटिव बायोलॉजी के निदेशक अनुराग अग्रवाल का कहना है कि हम कोरोना के प्रसार के दूसरे चरण में हैं और इस चरण पर सामाजिक दूरी बहुत प्रभावकारी है। वहीं स्टेज तीन में लॉकडाउन की जरूरत है। हमारे सर्विलांस डेटा के अनुसार आईसीएमआर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हर मामले पर ध्यान दिया जाना चाहिए। इस चरण में सामाजिक दूरी इसे फैलने से रोकने में कारगर हो सकती है। भविष्य के लिए जनता कर्फ्यू एक अच्छी प्रक्रिया है।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ शुक्रवार को हुई बैठक पर आईसीएमआर के डीजी डॉ.बलराम भा...

प्रदेश में 300 संदिग्ध लोगों में केवल 25 लोग पॉजीटिव -स्वास्थ्य मंत्री 

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प्रदेश में 300 संदिग्ध लोगों में केवल 25 लोग पॉजीटिव -स्वास्थ्य मंत्री  छोटा अखबार। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा कि देश और प्रदेश में कोरोना महामारी खतरनाक चरण में है। राज्य सरकार ने 22 से 31 मार्च तक लॉकडाउन किया है। इससे आमजन को थोड़ी परेशानी जरूरी होगी लेकिन हर व्यक्ति के जीवन को बचाने के लिए ही सरकार ऎसे फैसले ले रही है।आमजन सरकार के फैसले के साथ खड़ा रहे और कोरोना से बचाव के लिए अपने घरों में ही रहे, तब ही कोरोना को मात दे सकती है।  चिकित्सा मंत्री ने कहा है कि राजस्थान में अब तक 300 से ज्यादा संदिग्ध लोग आए हैं, उनमें से 25 लोग कोरोना से पॉजीटिव हैं। इनमें से 3 मरीज ठीक हो गए हैं और 22 पॉजीटिव अलग-अलग जगह भर्ती हैं। पूरी दुनिया में 3 लाख से ज्यादा लोग संदिग्ध आए हैं और 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जिस तरह से यह फैल रहा है, वह चिंता की बात है। आमजन से अपील है कि राज्य सरकार द्वारा लिए गए फैसलों के प्रति सकारात्मक रूख रखे।  डॉ शर्मा ने कहा कि जैसे ही भीलवाड़ा और झुंझुनूं में कम्यूनिटी स्प्रेड होने लगा तो सरकार को कर्फ्यू लगाना पड़ा। अभी ...