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ग़रीब व्यक्ति तक पहुंच कर ही हम एक अमीर राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं — कौशिक बसु

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ग़रीब व्यक्ति तक पहुंच कर ही हम एक अमीर राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं — कौशिक बसु        छोटा अखबार। इंटरनेशनल इकॉनमिक एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष, विश्व बैंक के सीनियर वाइस-प्रेसिडेंट और मुख्य आर्थिक सलाहकार पद पर काम कर चुके 67 वर्षीय कौशिक बसु का कहना है कि  ग़रीब व्यक्ति तक पहुंच कर ही हम एक अमीर राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि लोग इस नैतिक प्रतिबद्धता से जुड़ेंगे। पिछले कुछ सालों में अर्थव्यवस्था के विरोधाभासी और संदेहास्पद आंकड़ों को लेकर कौशिक बसु ने कहा कि मुझे ऐसा नहीं कहना चाहिये। अगर भारत के आंकड़ों की विश्वसनीयता गिरती है तो यह बेहद दुखद होगा। मैं चार सालों तक वर्ल्ड बैंक में था। जहां दुनिया भर से आंकड़े आते थे। न केवल उभरती हुई अर्थव्यवस्था बल्कि विकसित अर्थव्यवस्था के बीच भारतीय आंकड़े हमेशा विश्वसनीय होते थे। भारतीय आंकड़ों को जिस तरह से एकत्र किया जाता था और जो सांख्यिकीय प्रणाली उपयोग में लाई जाती थी। वो उच्चतम स्तर की होती थी। वर्ल्ड बैंक में हम सभी इससे सहमत थे कि शानदार आंकड़े आ रहे हैं। हम उन आंकड़ों की पवित्रता का आदर करत...

राजस्थान को मिला कृषि कर्मण अवार्ड

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राजस्थान को मिला कृषि कर्मण अवार्ड छोटा अखबार। राजस्थान को दलहन उत्पादन के लिए 2016-17 का कृषि कर्मण अवार्ड एवं 2017-18 का प्रशंसा अवार्ड मिला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कर्नाटक के तुमकुर में आयोजित समारोह में कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव नरेश पाल गंगवार एवं कृषि आयुक्त डॉं. ओमप्रकाश को पुरस्कार प्रदान किए।  कृषि कर्मण अवार्ड के तहत ट्रॉफी, प्रमाण पत्र और दो करोड़ रुपए प्रदान किए गए। राज्य के  प्रगतिशील किसान डूंगरपुर के प्रकाश फनात एवं पाली की श्रीमती समु देवी को एग्रीकल्चर मिनिस्टर कृषि कर्मण अवार्ड फॉर प्रोग्रेसिव फार्मर्स प्रदान किया गया। इसके तहत दोनों काश्तकारों को दो-दो लाख रुपए एवं प्रशस्ती पत्र दिया गया। इसी प्रकार प्रशंसा अवार्ड के तहत एक करोड़ रुपए और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

राज्य में मिलेगा स्पोर्ट्स कल्चर को बढ़ावा — मुख्यमंत्री

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राज्य में मिलेगा स्पोर्ट्स कल्चर को बढ़ावा — मुख्यमंत्री छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को सवाई मान सिंह स्टेडियम में आयोजित समारोह के दौरान 'स्टेट गेम्स-2020' के शुभारम्भ का ऎलान किया और मशाल प्रज्ज्वलित कर इन खेलों की शुरूआत की। उल्लेखनीय है कि आजादी के बाद प्रदेश में पहली बार राज्य खेलों का आयोजन किया जा रहा है। छह जनवरी तक चलने वाले इस आयोजन में राज्य के कोने-कोने से आए करीब 8 हजार खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक भाग ले रहे हैं।  गहलोत ने उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के सभी जिलों से आए खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में खेलों का आधारभूत ढांचा तैयार करने और खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने में कोई कमी नहीं रखेगी। राज्य में  कल्चर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। राजस्थान में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। उन्होंने औद्योगिक घरानों का आह्वान किया कि वे आगे बढ़कर किसी एक खेल को गोद लें और प्रदेश में उसके लिए सुविधाएं विकसित करने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार करने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि इस आयोजन क...

परीक्षार्थियों को नि:शुल्क आवासीय व्यवस्था 

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परीक्षार्थियों को नि:शुल्क आवासीय व्यवस्था  छोटा अखबार। बीकानेर शहर में आयोजित आरपीएससी फर्स्ट ग्रेड लेक्चरर परीक्षा (RPSC EXAM) देने के लिए आने वाले ब्राह्मण समाज के विद्यार्थियों के लिए राजस्थान ब्राह्मण मंच द्वारा सामाजिक सारोकार निभाते हुए नि:शुल्क आवासीय व्यवस्था उपलब्ध करवाई गई है। दिनांक 2, 3 एवं 4 जनवरी 2020 को बांद्रा बास रानीबाजार स्थित खांडल विप्र छात्रावास में रहने की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। समस्या आने पर मो - 9214023753, 9414416705, 9468567707, 9460615648 और 9680007555 पर सम्पर्क कर सकते है। संस्कृत शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के बच्चे भी संपर्क कर सकते हैं, चाहे वह किसी जाति समाज से हो बीकानेर में उनके लिए भी नि:शुल्क आवास व्यवस्था है।

मुख्यमंत्री ने दी नववर्ष की शुभकामनाएं

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मुख्यमंत्री ने दी नववर्ष की शुभकामनाएं छोटा अखबार। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेशभर से बड़ी संख्या में आए लोगों को नव वर्ष की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। शुभकामनाएं देने के साथ ही उनका मुंह मीठा कराया। गहलोत से राज्यमंत्रिपरिषद के सदस्यों, विधायकों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों, विभिन्न संस्थाओं एवं संगठनों के पदाधिकारियों, महिलाओं, किसानों, बच्चों, युवाओं, अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित प्रदेशभर से आए लोगों ने मुलाकात कर नए साल की शुभकामनाएं दीं। विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में विजेेता रहे बच्चों ने अपनी उपलब्धियों के बारे में मुख्यमंत्री को बताया। गहलोत ने उनकी हौसला अफजाई करते हुए उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने नए वर्ष में प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना करते हुए कहा कि हम सभी समावेशी सोच के साथ सबको साथ लेकर आगे बढें और राज्य के उत्थान में भागीदार बनें।

राज्य में अब ऑनलाईन नामान्तकरण सेवा शुरू 

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राज्य में अब ऑनलाईन नामान्तकरण सेवा शुरू  छोटा अखबार। मुख्यमंत्री के बजट घोषणा भू-अभिलेख को सरलीकृत, स्वचालित एवं कागज रहित बनाने की दिशा में राज्य में 184 तहसीलों का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जा चुका है। बुधवार को राजस्व मंत्री ने नामान्तकरण के प्रार्थनों पत्रों को ऑनलाइन प्राप्त करने की प्रक्रिया का शुभारम्भ किया। प्रक्रिया के तहत ऑनलाइन तहसीलों में नामन्तकरण के प्रार्थना पत्र अब ऑनलाइन राजस्व विभाग की Apnakhata.raj.nic.in द्वारा भरे जा सकेंगे। प्रार्थी को प्रार्थना पत्र के विभिन्न स्तरों की जानकारी एसएमएस के माध्यम से प्राप्त होगी। इस प्रक्रिया से आम काश्तकार को अब नामान्तकरण के लिए किसी भी स्तर पर राजस्व अधिकारी कर्मचारी के पास जाने की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही नामान्तकरण समयबद्ध रूप से निर्णित किये जा सकेंगे। 

भारत में चंद्रयान-3, लागत 250 करोड़ 

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भारत में चंद्रयान-3, लागत 250 करोड़  छोटा अखबार। नए साल की शुरुआत पर प्रेस कॉन्फ़्रेंस करते हुए इसरो प्रमुख के। सिवन ने कहा कि चंद्रमा के लिए भारत के तीसरे मिशन से जुड़े सभी काम बड़े आराम से हो रहे हैं। सिवन ने पुष्टि की है कि चंद्रयान-2 की तरह ही चंद्रयान-3 में लैंडर और रोवर होगा। उन्होंने कहा कि इस मिशन की लागत 250 करोड़ रुपये होगी। भारत ने सितंबर 2019 में चंद्रयान-2 मिशन की शुरुआत की थी जिसका उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर पानी की खोज करना था। अभी तक इस प्रकार का कोई मिशन नहीं हुआ था। इसरो ने 2008 में लॉन्च किए अपने पहले चंद्रयान मिशन के दौरान उम्मीद जताई थी कि बर्फ़ के रूप में चांद पर पानी मौजूद है।   सिवन ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कहा, "हम चंद्रयान-2 को लैंड नहीं करा पाए लेकिन हमने अच्छी प्रगति की। ऑर्बिटर अभी भी काम कर रहा है और वो अगले सात साल तक काम करेगा और विज्ञान से जुड़ा डाटा भेजेगा। चंद्रमा पर आज तक सिर्फ़ अमरीका, रूस और चीन ही लैंडिंग करा पाए हैं। चीन का चांगए-4 पिछले साल चंद्रमा की नहीं दिखने वाली सतह पर उतरा था। वहीं, इसरायल के बेरेशीट अंतरिक्षयान ने...