women-children: महिलाओं-बच्चों के उत्थान के लिए राज्य सरकार संवेदनशील -मुख्यमंत्री

women-children: महिलाओं-बच्चों के उत्थान के लिए राज्य सरकार संवेदनशील -मुख्यमंत्री 


छोटा अखबार।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि महिला एवं बाल विकास देश एवं प्रदेश की प्रगति की आधारशिला है। इनके सशक्तीकरण से एक अच्छे परिवार, समाज और राष्ट्र का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए पूरी संवेदनशीलता से कार्य कर रही है। हम इनसे जुड़ी योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन सुनिश्चित कर रहे हैं ताकि विकसित भारत-विकसित राजस्थान के लक्ष्य को साकार किया जा सके। 

श्री शर्मा शनिवार को उदयपुर में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित चिंतन शिविर के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह चिंतन शिविर महिलाओं एवं बच्चों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा। इस शिविर में हम साथ मिलकर इनके भविष्य को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में चिंतन करें जिससे महिला एवं बाल विकास को नई दिशा मिले। 

श्री शर्मा ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर 3 से 6 वर्ष के बच्चों को पोषाहार के साथ अतिरिक्त पोषण के लिए सप्ताह में तीन दिन गर्म दूध उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री अमृत आहार योजना शुरू की गई है। राज्य सरकार 2 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों को आदर्श आंगनबाड़ी के रूप में विकसित कर रही है। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के संचालन में सहयोग करने वाले स्थानीय आमजन का सम्मान करना चाहिए। राज्य सरकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित प्रत्येक योजना की निरंतर मॉनिटरिंग, मूल्यांकन तथा आकलन कर रही है जिससे योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्ति तक पहुंचना सुनिश्चित हो सके। 


विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अंत्योदय की संकल्पना हो रही साकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि को राज्य सरकार ने 5 हजार से बढ़ाकर 6 हजार 500 रुपये कर दिया गया है। साथ ही, दिव्यांग गर्भवती महिलाओं को 10 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है। श्री शर्मा ने कहा कि बालिका सशक्तीकरण हेतु लाडो प्रोत्साहन योजना, कालीबाई भील उड़ान योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। राज्य सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए भी कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पालनहार योजना से राज्य के 6 लाख बच्चों के लिए आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करवाई जा रही है। श्री शर्मा ने कहा कि महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण की देखरेख के साथ उनकी सुरक्षा, शिक्षा, कौशल संवर्द्धन, रोजगार, उद्यमिता, सामाजिक सम्मान, महिला हितैषी नीतियों के प्रभावी क्रियान्वयन सहित विभिन्न पहलुओं के प्रति सरकार पूरी तरह संवेदनशील है। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अंत्योदय की संकल्पना को साकार किया जा रहा है। 


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