10 lakh jobs: 5 साल में सरकारी और निजी क्षेत्र में सृजित होंगे 10 लाख रोजगार —मुख्यमंत्री
10 lakh jobs: 5 साल में सरकारी और निजी क्षेत्र में सृजित होंगे 10 लाख रोजगार —मुख्यमंत्री
छोटा अखबार।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि होनहार प्रतिभाएं अपनी मेहनत और लगन से समाज एवं देश का नाम रोशन करती हैं। उनका सम्मान करने से उन्हें प्रोत्साहन मिलता है तथा अन्य लोग भी उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रेरित होते हैं।
श्री शर्मा रविवार को जयपुर की बस्सी तहसील स्थित बेनाड़ा धाम में अखिल भारतीय हरियाणा गौड़ ब्राह्मण महासभा जयपुर की ओर से आयोजित सामूहिक गोठ एवं प्रतिभा सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की प्रगति के लिए यह आवश्यक है कि हम जातिगत भेदभाव से ऊपर उठकर जरूरतमंद लोगों की मदद करें और उन्हें आगे बढ़ाएं। श्री शर्मा ने कहा कि आपसी भाईचारे की भावना और सर्व समाज को साथ लेकर चलने से ही हम विकसित राजस्थान का संकल्प साकार कर सकते हैं।
राज्य सरकार युवाओं को उपलब्ध करा रही आगे बढ़ने के अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि मजबूत एवं समृद्ध समाज की नींव शिक्षा पर टिकी है इसलिए राज्य सरकार युवाओं को आगे बढ़ने के लिए भरपूर अवसर उपलब्ध करवा रही है। 8वीं, 10वीं तथा 12वीं कक्षा में मैरिट में आने वाले मेधावी विद्यार्थियों को 3 साल तक की इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ टेबलेट निःशुल्क दिए जा रहे हैं। 11वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए प्रतिष्ठित कम्पनियों के माध्यम से कॉर्पोरेट सर्टिफिकेशन प्रोग्राम संचालित करने के लिए प्रदेश के सभी संभागों में राजस्थान फिनिशिंग स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं में उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में बिजनेस इनोवेशन प्रोग्राम चलाया जाएगा। राज्य में 20 नए आईटीआई और 10 पॉलीटेक्नीक कॉलेज खोले जाएंगे। स्वामी विवेकानन्द स्कॉलरशिप फॉर अकेडमिक एक्सीलेंस योजना के तहत विद्यार्थियों की देश-विदेश में उच्च शिक्षा का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
श्री शर्मा ने कहा कि कौशल विकास के लिए स्टेट स्किल पॉलिसी बनाकर 2 साल में लगभग 1.5 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। अटल इनोवेशन स्टूडियो की स्थापना से रोजगार के नए अवसर सृजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 5 साल में सरकारी एवं निजी क्षेत्र में 10 लाख रोजगार उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभिभावकों का यह दायित्व है कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाकर कला, विज्ञान, खेल और तकनीकी जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ाएं, साथ ही उन्हें बुजुर्गों की सेवा करने के संस्कार भी दें। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए सपनों की उड़ान भरने के लिए संभावनाओं का आसमान खुला है। उन्हें अपनी लगन और मेहनत से अपने लक्ष्यों को हासिल करना चाहिए।
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