जेडीए अधिकारियों की मिली भगत से बसाई जा रही है, अवैध कॉलोनी
जेडीए अधिकारियों की मिली भगत से बसाई जा रही है, अवैध कॉलोनी
छोटा अखबार।
जेडीए की प्रवर्तन शाखा इकॉलोजिकल क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रही है। लेकिन ज्यादातर अधूरी कार्यवाही कर केवल रस्म अदायगी से वाह—वाही लूटना भर है। यदि पिछले 3 महिनों के आंकड़े उठा कर देखते हैं, तो एक भी अवैध कॉलोनी में निजी खातेदार के विरूद्ध राजस्थान कास्तकारी अधिनियम की धारा 175 के तहत कार्यवाही नहीं की है। मौके पर जब कार्यवाही के दौरान इनके अधिकारियों से ये बात पूंछी तो इनका कहना है कि हम लोगों को खसरा नंबर ही पता नहीं है, तो ऐसे में जेडीए के अधिकारियों पर कई सवाल उठते है। यही वजह है कि इसी पोल का लाभ लेते और देते हुए कई अवैध कॉलोनी बसाई जा रही है। जिसकी सूचना संबंधित प्रवर्तन अधिकारी सहित आला अधिकारियों के पास भी होती है। लेकिन कार्यवाई नहीं होती है।
इकॉलोजिकल जोन—10ए में एक इसी तरह का मामला संज्ञान में आया है। जेडीए के रिकॉर्ड के अनुसार 6 सितम्बर 2023 को प्रवर्तन दस्ते ने केशव विहार—विस्तार नाम की एक अवैध कॉलोनी पर कार्यवाई की जो प्रीती पैराडाइज के पास आईओसी लाइन के बराबर केशव विद्या पीठ जामडोली में है। स्थानीय लोगों ने 20 दिन पहले इस अवैध कॉलोनी में पुन: हो रहे निर्माण की सूचना जोन—10ए की प्रर्वतन अधिकारी सहित आला अधिकारियों को मय फोटो के दी थी। लेकिन अभि तक यहां कोई कार्यवाई नही हुई। जबकि इसी जोन में 18 नवम्बर 2023 को प्रवर्तन दस्ते द्वारा बसाई जा रही अवैध कॉलोनी से मात्र 500 मीटर पहले बसाई जा रही अवैध कॉलोनी में ध्वस्तीकरण का कार्य किया था। लेकिन अवैध कॉलोनी केशव विहार—विस्तार में धड़ल्ले से हो रहे निर्माण पर कोई कार्यवाई नहीं हुई।
वहीं इस बात को भी नकारा नही जा सकता कि चुनावी माहौल है, तो अवैध कॉलोनियों के निर्माण में तेजी आई हुई है। लेकिन जोन 10 में इस अवैध कॉलोनियों के निर्माण की सूचना 20 दिन पहले से ही अधिकारियों के पास है और फिर भी कार्यवाई का ना होना। यहि दर्शाता है कि जेडीए के जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से ही यह निर्माण किया जा रहा है।
इकॉलोजिकल जोन—10 में बस रही अवैध कॉलोनी में पुन: हो रहे अवैध निर्माण के बावत जब जिम्मेदार अधिकारियों से पूंछा तो इन्होने कोई जवाब नहीं दिया।
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