डेल्फ़िक गेम्स ऑफ़ राजस्थान का हुआ समापन-

 डेल्फ़िक गेम्स ऑफ़ राजस्थान का हुआ समापन

राजस्थान को देश में प्रथम डेल्फ़िक खेल आयोजित कराने का गौरव मिला 


छोटा अखबार।

डेल्फ़िक काउंसिल ऑफ़ राजस्थान की अध्यक्ष एवं प्रमुख शासन सचिव, सहकारिता श्रीमती श्रेया गुहा ने कहा कि राजस्थान देश का पहला राज्य है जिसे प्रथम डेल्फ़िक खेल आयोजित कराने का गौरव प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मंच के माध्यम से राजस्थान की कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहित किया जायेगा तथा युवा कलाकारों को राष्ट्रीय एवं अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर मंच प्रदान किया जायेगा। 

श्रीमती गुहा रविवार को डेल्फ़िक काउंसिल ऑफ़ राजस्थान की ओर से जवाहर कला केंद्र में 9 से 12 फ़रवरी तक आयोजित डेल्फ़िक गेम्स ऑफ़ राजस्थान के समापन समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि काउंसिल समय समय पर ऐसे और आयोजन कराती रहेगी। उत्तर-पश्चिमी सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक फुरकान खान ने डेल्फ़िक खेलों के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ग्रीस के डेल्फ़िक गाँव से इनकी शुरुआत हुई। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चार बार इनका आयोजन हो चुका है तथा अब भारत के राज्यों में भी इनके आयोजन होने प्रारम्भ हो गए हैं। उन्होंने चार दिवसीय डेल्फ़िक खेलों की विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। 

इंडियन डेल्फ़िक काउन्सिल के अध्यक्ष एन.एन पांडे ने डेल्फ़िक काउंसिल ऑफ़ राजस्थान द्वारा किये गए  आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि राजस्थान ने इन खेलों के उत्कृष्ट और सफल आयोजन से अन्य राज्यों के समक्ष मिसाल पेश की है। 

वहीं कार्यक्रम में अपने विचार प्रकट करते हुए अंतर्राष्ट्रीय फैशन डिजाइनर श्रीमती रुमा देवी ने डेल्फ़िक गेम्स को नवोदित प्रतिभाओं का हुनर निखारने का सशक्त मंच बताया। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे आयोजन स्थानीय कलाकारों की देश -दुनिया में पहचान बनाने में मदद करेंगे। 

इस अवसर पर डेल्फ़िक गेम्स की विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओं और उप विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। फोटोग्राफी वर्ग में  में 'जॉय ऑफ़ चाइल्डहुड' विषय पर  प्रथम राजेश कुमार सोनी और  द्वितीय - उदय डंगायच रहे तो वहीं  'रूरल राजस्थान' विषय पर  सिकंदर खान ने प्रथम एवं अविनाश मेहता ने दूसरा स्थान हासिल किया। 

पॉप गायन  में अनिल हासवानी को  प्रथम तथा गोवर्धन को  द्वितीय ,शास्त्रीय गायन  में हुल्लास पुरोहित  को प्रथम तथा ऐश्वर्य आर्य व मोहम्मद शोएब को संयुक्त रूप से द्वितीय पुरस्कार दिया गया । इसके अलावा भारतीय फिल्म संगीत की गायन श्रेणी में अलीना भारती को प्रथम एवं हर्ष कुमार गोला को द्वितीय पुरस्कार मिला । 

शस्त्रीय नृत्य श्रेणी में राधिका अरोड़ा प्रथम व  संगीता सैन को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।लोकनृत्य में वैशाली सुरोलिया को पहला पुरस्कार मिला तो वहीं रुनझुन घोष को दूसरा पुरस्कार दिया गया। 

विजेताओं और उप विजेताओं  कार्यक्रम में  अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों को मन्त्र मुग्ध कर दिया। पॉपुलर म्यूजिक श्रेणी के विजेता अनिल हासवानी ने राहें हज़ार चुनो..कंपनटेरी डांस के विजेता सोनू नायर ने 'तू मान मेरी जान गीत' पर शानदार डांस किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण लोक नृत्य सर पर मटकियां रखकर भवई की सधी हुई मनमोहक प्रस्तुति व चेतन जवड़ा और भवदीप जवड़ा का कत्थक नृत्य रहा।

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