दिवंगत पत्रकारों के परिजनों के लिए अब भूखंड ही सहारा, नवें जत्थे ने ओएसडी देवाराम को सुनाई पीड़ा
दिवंगत पत्रकारों के परिजनों के लिए अब भूखंड ही सहारा, नवें जत्थे ने ओएसडी देवाराम को सुनाई पीड़ा
छोटा अखबार।
चलो नायला संगठन के तत्वावधान में मुख्यमंत्री निवास पर 9वें दिन पहुंचे आवंटी पत्रकारों ने गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अनुपस्थिति में उनके विशेषाधिकारी देवाराम सैनी से मुलाकात की और उन्हें विस्तार से अपनी पीड़ा बताई। पिंकसिटी प्रेस एनक्लेव, पत्रकार नगर नायला के 9वें जत्थे में पत्रकार रितेश गौतम, शीलेन्द्र उपाध्याय, सुनील शर्मा, केशव सिंह सोलंकी, दारा नायर के साथ ही दिवंगत पत्रकार जितेन्द्र शर्मा की पत्नी श्रीमती सीमा शर्मा और पत्रकार शीशराम खासपुरिया भी शामिल रहे।
सभी आवंटियों ने देवाराम सैनी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर उनसे शीघ्र मुलाकात कराने का आग्रह किया। आवंटियों ने अपने आवंटन दस्तावेज देकर उनसे पूछा कि जब पूरी प्रक्रिया के तहत उन्हें भूखंड आवंटन किया गया है तो फिर पट्टे क्यों नहीं दिए जा रहे। आवंटियों ने बताया कि साल 2010 से लेकर अब तक तेरह साल हो चुके हैं उन्हें परेशान होते। अब और सब्र नहीं होता। उनके साथ शीघ्र ही न्याय किया जाना चाहिए। इतने सालों में अनेक साथी भी स्वर्गवासी हो चुके हैं, जिनके परिजन आज भी इस उम्मीद में हैं कि उन्हें भूखंड मिलेंगे, जिससे उनके परिवार का जीवन स्तर सुधरेगा। खुद गहलोत 571 आवंटियों से मिलकर पट्टे देने की बात कह चुके हैं। पट्टा वितरण में देरी के चलते मजबूरन उन्हें सीएमआर आना पड़ रहा है और पट्टा मिलने तक जत्थों के सीएमआर आने का सिलसिला जारी रहेगा। आखिर में ओएसडी देवाराम सैनी ने आवंटियों के ग्यारह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुख्यमंत्री जी की शीघ्र मुलाकात कराने का आश्वासन दिया तथा 11 आवंटियों की मुलाकात के लिए कम्प्यूटर में टाइम लिस्ट में नाम जुडवाए।
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