कृषि वैज्ञानिकों ने प्याज की फसल के लिये जारी एडवाइजरी।
कृषि वैज्ञानिकों ने प्याज की फसल के लिये जारी एडवाइजरी।
कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह देते हुये कहा कि वे इन दिनों प्याज की खेती का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि इस समय प्याज में थ्रिप्स का आक्रमण और परपल ब्लोस रोग लगने की संभावना रहती है।
छोटा अखबार।
मौसम को देखते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा के वैज्ञानिकों ने किसानों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह देते हुये कहा कि इस समय प्याज की फसल में थ्रिप्स का आक्रमण हो सकता है। उन्होने कहा कि किसान प्याज की फसल में परपल ब्लोस रोग की निगरानी करते रहें और रोग के लक्षण अधिक पाए जाने पर आवश्यकतानुसार डाईथेन एम-45 / 2 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से किसी चिपचिपा पदार्थ के साथ मिलाकर छिड़काव करें।
उन्होने कहा कि आम और नींबू में पुष्पन के दौरान सिंचाई ना करें और होपर कीट की निगरानी करते रहें। टमाटर, मटर और बैंगन की फसलों में फलों को फल छेदक कीट से बचाव के लिए किसान खेत में पक्षी बसेरा लगाएं। साथ ही फल छेदक कीट की निगरानी हेतु फिरोमोन प्रपंश / 2-3 प्रपंश प्रति एकड़ की दर से लगाएं। यदि कीटों की संख्या अधिक हो तो बीटी 1.0 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।
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