रिफाइनरी से राज्य का चहुंमुखी विकास होगा -मुख्यमंत्री
रिफाइनरी से राज्य का चहुंमुखी विकास होगा -मुख्यमंत्री
छोटा अखबार।
राज्य सरकार बाड़मेर के पचपदरा में रिफाइनरी की स्थापना के साथ-साथ प्रदेश में नए तेल अन्वेषण कार्यों को भी प्राथमिकता दे रही है। इससे रिफाइनरी में तेल शोधन शुरू होने के बाद स्थानीय स्तर पर ही पर्याप्त क्रूड ऑयल उपलब्ध हो सकेगा और प्रदेश के बाहर से तेल का आयात नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्रीअशोक गहलोत ने सोमवार को पचपदरा में एचपीसीएल एवं राजस्थान सरकार के संयुक्त उपक्रम एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी के निर्माणाधीन कार्यों की समीक्षा बैठक में यह बात कही।
गहलोत ने कहा रिफाइनरी का निर्माण कार्य निर्धारित समय पर पूरा करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस कार्य के लिए आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति में किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी। रिफाइनरी प्रोजेक्ट की बिंदुवार समीक्षा की और कहा कि इस प्रोजेक्ट के विभिन्न चरणों के कार्य तय समय पर पूर्ण कर लिए जाएं। रिफाइनरी क्षेत्र में आवश्यकता के अनुसार पानी एवं बिजली आपूर्ति की व्यवस्था पर भी व्यापक चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान सरकार यहां पेट्रो केमिकल हब की भी स्थापना करने जा रही है, जिसके चलते बड़े क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना होगी।
गहलोत ने कहा कि करीब एक चौथाई कार्य प्रगति पर है और करीब 20 हजार करोड़ रूपए के कार्यों की निविदा जारी की जा चुकी है। अब तक लगभग 3 हजार करोड़ रूपए व्यय हो चुके हैं। वर्तमान में यहाँ 3800 कर्मचारी नियोजित हैं, लेकिन इस प्रोजेक्ट में करीब 35 हजार लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। नौ मिलियन टन उत्पादन क्षमता वाली राजस्थान रिफाइनरी देश की सबसे बड़ी रिफाइनरियों में से एक है और इसके बनने से राज्य का चहुंमुखी विकास होगा। रिफाइनरी का कार्य पूर्ण होने से राज्य की आय में बढ़ोतरी होने के साथ-साथ यहां रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
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