कमलनाथ रावण और ज्योतिरादित्य सिंधिया विभीषण —शिवराज सिंह चौहान

कमलनाथ रावण और ज्योतिरादित्य सिंधिया विभीषण —शिवराज सिंह चौहान


छोटा अखबार।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को सिंधिया के स्वागत करने के लिए आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे कमलनाथ, मैंने कहा था कि कार्यकर्ता के आए एक-एक आंसू का हिसाब लूंगा। वही प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की तुलना रावण से करते हुए कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को विभीषण करार दे दिया।



शिवराज ने कहा कि कल तक तो ये कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए सिंधिया को महाराज, महाराज कहते थे और अब माफिया कहते हैं। क्या एक दिन में सिंधिया जी महाराज से माफिया हो गए। स्वागत सभा में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए सिंधिया की ओर संकेत करते हुए चौहान ने कहा कि अगर रावण की लंका अगर पूरी तरह जलानी है तो विभीषण की तो जरूरत होती है मेरे भाई। और अब सिंधिया जी हमारे साथ हैं। मिलकर लड़ेंगे, इनको धाराशाही करेंगे। आज हम यह संकल्प करते हैं कि कमलनाथ जब तक तुम्हारे पाप, अत्याचार, अन्याय, भ्रष्टाचार और आतंक की लंका को जलाकर राख नहीं कर देते, हम चुप नहीं बैठेंगे। हम आराम से नहीं बैठेंगे।



शिवराज ने कहा कि चारों तरफ इस कांग्रेस सरकार ने आतंक का वातावरण बना कर हमारे हजारों कार्यकर्ताओं के साथ जुल्म किया, अन्याय किया, जनता को परेशान किया।
अगर हम मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की बात करे तो नवंबर 2018 में शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक दुसरे के उपर खूब हमला बोलते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें कंस मामा कह दिया था। सिंधिया ने कहा था कि शिवराज सिंह महाभारत के कंस और शकुनी मामा की तरह कलयुगी मामा हैं। वहीं एक चुनावी रैली में शिवराज सिंह चौहान ने दोहरी मानसिकता का आरोप लगाते हुए सिंधिया की आलोचना की थी और कहा था कि माफ करो महाराज अब तो बस शिवराज।


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