कार्मिकों की जान को हर हालत में बचाया जाए -ऊर्जा मंत्री
कार्मिकों की जान को हर हालत में बचाया जाए -ऊर्जा मंत्री
छोटा अखबार।
ऊर्जा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा है कि विभाग की विभिन्न कम्पनियों में कार्यरत सभी तकनीकी कर्मचारी एवं हैल्पर्स की सुरक्षा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऎसे सभी कार्मिक विभाग का अभिन्न अंग हैं, उनकी सुरक्षा के लिए सिस्टम को चाक-चौबंद बनाए। मरम्मत एवं रखरखाव सम्बंधी कार्यो में होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जाए और कार्मिकों की जान को हर हालत में बचाया जाए। अधिकारी इसके लिए लेटेस्ट सुरक्षा उपकरण की खरीद करे, समय-समय पर तकनीकी कार्मिकों के रिफरेशर कोर्स कराए तथा जिम्मेदार अधिकारियों के पर्यवेक्षण में सभी रिपेयर वर्क्स कराए जाने की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें।
कल्ला विद्युत विभाग की विभिन्न कम्पनियों में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों तथा अन्य अनुबंधित कार्मिकों के लिए अपनाए जा रहे सुरक्षा मापदण्डों की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में कहा कि अधिकारी इसके लिए रिसर्च करे, जहां-जहां भी बेस्ट प्रेक्टिसेज अपनाई जा रही है, उनका अध्ययन करे और तकनीकी कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा उपकरणों को प्रयुक्त करें। जब भी तकनीकी कर्मचारी मरम्मत के लिए फील्ड में जाए तो कम से कम कनिष्ठ अभियंता स्तर के अधिकारी की देखरेख में ही कार्य हो। मरम्मत और रखरखाव के लिए शटडाउन जेईन स्तर के अधिकारी की मॉनिटरिंग में लिया जाए। इसके लिए तीनों डिस्कॉम्स, विद्युत प्रसारण और उत्पादन कम्पनियों में अभियंताओं को पाबंद किया जाए, जो अभियंता निर्देशों की अवहेलना करे उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही हो। आवश्यकता के अनुरूप फीडर इंचार्ज अन्य कार्मिकों की भी ट्रेनिंग कराने को कहा।
बैठक में बजट 2019-20 के विभागीय लक्ष्यों की समीक्षा की और आगामी 31 मार्च तक वांछित लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। साथ ही शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खुले पड़े बॉक्स, बोर्ड्स एवं ढीले तारों को दुरूस्त करने के लिए भी विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।
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