खांसी की दवा पीने से नौ बच्चों की मौत
खांसी की दवा पीने से नौ बच्चों की मौत
छोटा अखबार।
जम्मू कश्मीर के ड्रग्स एंड फूड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन के असिस्टेंट ड्रग्स कंट्रोलर सुरिंदर मोहन के अनुसार कोल्डबेस्ट-पीसी सीरप में डाइथिलीन ग्लाइकोल नाम के जहरीले तत्व के कारण उधमपुर जिले के बच्चों की मौत हुई है।
मोहन का कहना है कि हिमाचल प्रदेश की फार्मा कंपनी द्वारा तैयार किए गए इस सीरप के सैंपल जांच के लिए जम्मू के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटेग्रेटिव मेडिसिन और चंडीगढ़ के रीजनल ड्रग्स टेस्टिंग लेबोरेटीज भेजे गए हैं।
वहीं कंपनी के जनरल मैनेजर (मार्केटिंग) सुशील यादव का कहना है कि दवा का प्रोडक्शन रोक दिया गया है और हमने सभी जानकारी स्टेट ड्रग्स कंट्रोल अथॉरिटी को दे दी है।
जम्मू कश्मीर ड्रग कंट्रोलर लतिका खजुरिया ने कहा कि अभी हम रीजनल ड्रग्स टेस्टिंग लैब से अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। हमें एक बार अंतिम रिपोर्ट मिलने दीजिए, इसके बाद ही हम पता लगा पाएंगे कि बच्चों की मौत का असल कारण क्या था। सीरप को बाजार से वापस ले लिया गया है।
जम्मू के डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज (डीएचएस) रेणु शर्मा के अनुसार ये मौतें उधमपुर के रामनगर ब्लॉक में दिसंबर के मध्य से 17 जनवरी के बीच हुई हैं।
शर्मा का कहना है कि बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें किडनी की समस्या थी। मरने वाले सभी बच्चों में एक चीज कॉमन थी कि सभी ने कोल्डबेस्ट-पीसी का सेवन किया था। इस सीरप को पीने से 17 बच्चों की तबियत बिगड़ी थी, जिसमें से नौ की मौत हो गई थी। इस खांसी के सीरप में डाइथिलीन ग्लाइकोल पाया गया है, जिसे चेन्नई के मनाली पेट्रोकेमिकल्स में तैयार किया गया। इसे बाद में दिल्ली के दो कारोबारियों को बेचा गया, जिन्होंने बाद में इसे अंबाला के एक कारोबारी को बेचा और वहां से यह डिजिटल विजन की फार्मा यूनिट पहुंची। कंपनी के लाइसेंस को भी वापस ले लिया गया है।
इस दवा की बिक्री देश के आठ राज्यों में हुई है जहां के लगभग 5,500 यूनिट्स से इस दवा को वापस मंगा लिया गया है और हिमाचल प्रदेश स्वास्त्य सुरक्षा नियमन प्रशासन ने सिरमौर जिले के काला अम्ब में डिजिटल विजन की यूनिट से इस दवा के प्रोडक्शन को बंद कर दिया है। इस यूनिट में कोल्डबेस्ट-पीसी सीरप का उत्पादन होता है।
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