दौसा की ग्राम पंचायत में 80 बीघा की नर्सरी तबाह
दौसा की ग्राम पंचायत में 80 बीघा की नर्सरी तबाह
छोटा अखबार।
जहां एक और राज्य सरकार पौधारोपण पर करोड़ों रुपए खर्च करते हुए प्रतिवर्ष विभागवार जिम्मेदारी तय कर रही है और पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए नई नई योजनाएं ला रही है, वहीं दुसरी ओर कुछ लापरवाह और गैर जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत के कारण लाखों रुपए खर्च कर तैयार किए गए विशाल पेड़ अवैध कटाई की भेट चढ रहे हैं|
मामला दौसा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत बोरोदा का है। ग्राम पंचायत के बीनावाला ग्राम में वन विभाग ने लगभग 10 वर्ष पूर्व लाखों रुपए खर्च कर करीब 70--80 बीघा जमीन पर सघन पौधारोपण किया गया था। उसके बाद लगभग 5 वर्ष तक वन विभाग ने उसकी सुरक्षा करते हुए नर्सरी को ग्राम पंचायत बोरोदा को सुपुर्द किया था।
इसके बाद ग्राम पंचायत ने भी इसकी सुरक्षा के लिए निजी सुरक्षाकर्मी भी लगाए जिससे नर्सरी दिनों दिन और भी ज्यादा सघन होती रही। नर्सरी के लिये लगाये सुरक्षाकर्मियों को समय पर वेतन नहीं देते हुए उन्हे हटा दिया। नर्सरी से सुरक्षाकर्मियों के हटते ही लाखों रुपए खर्च करके तैयार नर्सरी अवैध कटाई की भेंट चढ गई।
इतादें कि इस नर्सरी से ग्राम पंचायत को लूम और पातडी की नीलामी करने से लाखों रुपए का राजस्व आय भी हुई हैं। जो इस पर लगाए गए सुरक्षाकर्मी के मानदेय देने के बाद भी ग्राम पंचायत के विकास में लगाया जाता रहा है। लेकिन ग्राम विकास अधिकारी ने सुरक्षाकर्मी को हटाकर नर्सरी को अवैध कटाई के लिए छोड़ दिया। गांव वालों का आरोप है कि ग्राम पंचायत में जबसे प्रशासक काल लगा है, उसके बाद इन पेड़ों की अंधाधुंध कटाई सेक्रेटरी की मिलीभगत से हो रही है।
Comments