भाजपा चुनावों में अपनी विचारधारा के प्रसार में भरोसा करती — अमित शाह
भाजपा चुनावों में अपनी विचारधारा के प्रसार में भरोसा करती — अमित शाह
छोटा अखबार।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने13 फरवरी को एक समाचार चेनल के कार्यक्रम में स्वीकार किया कि दिल्ली चुनावों के दौरान पार्टी के कुछ नेताओं के बयानों के कारण भाजपा को नुकसान हुआ होगा। उन्होने यह भी स्वीकार किया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं को, गोली मारो और भारत- पाकिस्तान मैच जैसे घृणा भरे भाषण नहीं देने चाहिए थे और संभव है कि इस तरह की टिप्पणियों से पार्टी की हार हुई।
शाह ने कहा कि भाजपा केवल जीत या हार के लिए चुनाव नहीं लड़ती है बल्कि चुनावों के माध्यम से अपनी विचारधारा के प्रसार में भरोसा करती है। दिल्ली चुनावों पर उनके आकलन गलत हुए। हालांकि उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि चुनाव परिणाम संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर जनादेश नहीं था।
वहीं दुसारी ओर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उपरोक्त बयान एक दिन बाद 14 फरवरी शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच सीधा मुकाबला हो गया और कांग्रेस का अचानक गायब हो जाना ही दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के लिए जिम्मेदार है। यह अलग बात है कि कांग्रेस अपने आप गायब हुई या लोगों ने उसे गायब कर दिया या फिर उनके वोट आप के पास चले गये।
जावड़ेकर ने कहा कि हमें अपने लिए 42 फीसदी वोट और आप के लिए 48 का अनुमान था लेकिन हमारा अनुमान दोनों के लिए तीन फीसदी से विफल हो गया। हमें 39 फीसदी वोट मिले जबकि आप ने 51 फीसदी वोट हासिल किये। चुनाव में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। लेकिन भाजपा इन सभी चीजों का विश्लेषण करती है।
संवाददाता सम्मेलन में प्रकाश जावड़ेकर अपने उस बयान से मुकर गये जिसमें उन्होने दिल्ली चुनाव प्रचार के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आतंकवादी कहा था।
जबकि तीन फरवरी को हुई एक प्रेस वार्ता के दौरान केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने भी उन्हीं की बात दोहराई थी। उन्होंने कहा था कि केजरीवाल मासूम चेहरा बनाकर पूछ रहे हैं कि क्या वे आतंकवादी हैं, आप आतंकवादी हैं और इसके तमाम सबूत भी हैं।
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